चिता में एक परछाई बेजान मर गया वह परछाई मर गया, वह परछाई मर गया। चिता में एक परछाई बेजान मर गया वह परछाई मर गया, वह परछाई मर गया।
क्योंकि जीवनसाथी है हम, दीया और बाती है हम। क्योंकि जीवनसाथी है हम, दीया और बाती है हम।
हर शाम छोड़ जाती हैं भावरूपी प्रेमपत्र और इस तरह , मेरी आँखों में जीवन्त हो उठता है मेरा पहला प्रेम .... हर शाम छोड़ जाती हैं भावरूपी प्रेमपत्र और इस तरह , मेरी आँखों में जीवन्त हो उठता ...
वो परछाई शायद तुम रही होगी तुम अब नहीं हो उस रात मेरे कदमों की आहट से सहम गई होगी शायद........ वो परछाई शायद तुम रही होगी तुम अब नहीं हो उस रात मेरे कदमों की आहट से सहम ...
और परिवार को तो यही वक्त है अब तो कोरोना से डरो ना और परिवार को तो यही वक्त है अब तो कोरोना से डरो ना
रात भर तेरी तारीफें करता रहा, चांद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया। ________________ रात भर तेरी तारीफें करता रहा, चांद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया। ______...